मंडळी थोडं हसुयात!!

Submitted by के अंजली on 6 July, 2010 - 00:38
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इथे मी चुकून विनोद सांगा असा धागा उघडला होता श्री! आपल्या सगळ्या गमतीदार माबोकरांनी त्याला इतका गमतीदार प्रतिसाद दिलाय की अ‍ॅडमीननेच या धाग्याला विनोदी गप्पांचे पान बनवले आहे! आहे की नाही गम्मत!!
पहिली पोस्ट कुठंय ?>>सांजसंध्या हे गप्पांचे पान बनल्याने पहिले सगळे प्रतिसाद वाहून गेले,त्याबरोबर फोटोसुद्धा!!

राम लन्का जीत कर वापस आ रहे थे तब
शर्पनखा बोली ' प्रभु, मेरा क्या होगा? "
राम : कलीयुग मे अयोध्या पर राज करोगी,
पर विवाह फिर भी नही होगा,
नाम होगा " मायावती"

चुकला जरासा

कलियुग मे संन्यासी बनोगी
विवाह भी नही होगा
और प्यार भी नही भुलोगी
नाम होगा
उमा भारती !!

Happy