लोग बेरहेम जला के चले गए।

Submitted by Happyanand on 1 March, 2020 - 12:39

इश्क़ की चादर ओढ़े समशान के बाहर
सो रहा था आशिक़ कोई ,
लोग बेरहेम जला के चले गए।

प्रांत/गाव: 
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