Submitted by madhurasathe on 15 May, 2013 - 04:36 WORD ANTAKHSRI म्हणजे गाण्याच्या शेवटच्या शब्दापासून पुढील गाणे सुरु करायचे जसे की ---- शाम ढले खिडकी तले तुम सिटी बजाना छोड दो... छोड दो आचल जमाना क्या कहेगा... विषय: मनोरंजनप्रांत/गाव: ठाणेGroups audience: विरंगुळाGroup content visibility: Public - accessible to all site users ओ दूरके मुसाफिर, चंदा जरा ओ दूरके मुसाफिर, चंदा जरा बतादे, मेरा कुसूर क्या है? तू फैसला करादे. Submitted by अन्जू on 3 March, 2014 - 07:54 Log in or register to post comments चन्दा हे तु, मेरा सुरज हे चन्दा हे तु, मेरा सुरज हे तु ओ मेरी अखोंका तारा हे तु ज़ीति हु मे बस तुझे देखकर ईस टुटे दिल का सहारा हे तु Submitted by कनिका on 3 March, 2014 - 18:45 Log in or register to post comments चंदा रे चंदा रे .. कभी तो जमी चंदा रे चंदा रे .. कभी तो जमी पर आ ..बॅठेंगे बाते करेंगे तुझको आते इधर लाज आए अगर ओढ के आजा तू बादल घने Submitted by chamaki on 3 March, 2014 - 23:16 Log in or register to post comments इतना ना मुझसे तु प्यार इतना ना मुझसे तु प्यार बढा, के मै इक बादल आवारा, कैसे किसीका सहारा बनु, के मै खुद बेघर बेचारा. Submitted by अन्जू on 5 March, 2014 - 03:08 Log in or register to post comments बेचारा दिल क्या करे, सावन जले बेचारा दिल क्या करे, सावन जले भादो जले दो पल की राह नही, एक पल रुके, एक पल चले Submitted by स्निग्धा on 5 March, 2014 - 03:33 Log in or register to post comments पल पल दिलके पास, तुम रहती पल पल दिलके पास, तुम रहती हो, जीवन मिठी प्यास, ये कहती हो. Submitted by अन्जू on 5 March, 2014 - 03:41 Log in or register to post comments कहना ही क्या नैन एक अन्जान से कहना ही क्या नैन एक अन्जान से जा मिले Submitted by अनघा. on 5 March, 2014 - 04:01 Log in or register to post comments नैन सो नैन नाही मिलाओ देखत नैन सो नैन नाही मिलाओ देखत सूरत आवत लाज Submitted by chamaki on 5 March, 2014 - 09:15 Log in or register to post comments भोली सुरत दिलके खोटे, नाम बडे भोली सुरत दिलके खोटे, नाम बडे और दर्शन छोटे. Submitted by अन्जू on 5 March, 2014 - 09:27 Log in or register to post comments दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अखियाँ प्यासी रे मनमंदिर की ज्योत जगा दो घट घट बासी रे Submitted by अश्विनी के on 5 March, 2014 - 10:07 Log in or register to post comments ज्योत से ज्योत जगाते चलो ज्योत से ज्योत जगाते चलो प्रेम कि गन्गा बहाते चलो राह मे आये जो दिन दुखी सबको गलेसे लगाते चलो चित्रपट----सन्त ज्ञानेवर---सुधीर कुमार सुरेखा सन्गीत----एल पी.http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=F8MvWF1hnn4 Submitted by देशमुख आबा on 10 March, 2014 - 08:50 Log in or register to post comments दिन ढल जाये, हाये रात न दिन ढल जाये, हाये रात न जाय, तुम तो न आये, तेरी याद सताय. Submitted by अन्जू on 10 March, 2014 - 09:13 Log in or register to post comments ढल गया दिन, हो गयी रात, जाने ढल गया दिन, हो गयी रात, जाने दो , जाना है अभी अभी तो आयी हो, अभी अभी जाना है.. Submitted by रेणु on 14 March, 2014 - 13:04 Log in or register to post comments अभी न जावो छोडकर, के दिल अभी अभी न जावो छोडकर, के दिल अभी भरा नही, ये खतम हो किसी तरहा, ये ऐसा सिलसिला नही. Submitted by अन्जू on 14 March, 2014 - 14:44 Log in or register to post comments छोडकर तेरे प्यार का दामन ये छोडकर तेरे प्यार का दामन ये बता दे के हम किधर जाये हमको डर है के तेरी बाहोमे हम खुशिसे ना आज मर जाये चित्रपत--वो कौन थी---मनोज कुमार्,साधना सन्गीत--मदन मोहनhttp://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=YlmgkK8a3uQ Submitted by देशमुख आबा on 1 April, 2014 - 08:28 Log in or register to post comments बाहोके घेरेमे मौसम बाहोके घेरेमे मौसम बहारका, दीवाना लाया है, नजराना प्यारका, चाहत तुम्हारी लायी, मौसम बहारका, किस्मतसे पाया है, नजराना प्यारका. Submitted by अन्जू on 1 April, 2014 - 09:45 Log in or register to post comments नजराना भेजा किसिने प्यार नजराना भेजा किसिने प्यार का, मै दिवाना, बस तेरे एक दिदार का, नजराना. Submitted by रेणु on 1 April, 2014 - 13:22 Log in or register to post comments दिवाना मुझसा नही, इस अंबरके दिवाना मुझसा नही, इस अंबरके नीचे, आगे है कातील मेरा, और मै पीछे पीछे. Submitted by अन्जू on 1 April, 2014 - 15:52 Log in or register to post comments निले निले अंबर पर चाँद जब निले निले अंबर पर चाँद जब छाये, प्यार झलकाये, हमको तरसाये, ऐसा कोई साथी हो, ऐसा कोई प्रेमी हो, प्यास दिल की बुझा जाये, निले निले अंबर पर.. Submitted by रेणु on 2 April, 2014 - 13:34 Log in or register to post comments दिलकी गिरह खोलदो, चूप न बैठो, दिलकी गिरह खोलदो, चूप न बैठो, कोई गीत गाओ, महफिलमे अब कौन है अजनबी, तुम मेरे पास आओ. Submitted by अन्जू on 2 April, 2014 - 14:40 Log in or register to post comments एक अजनबी हसिना से युं मुलाकात एक अजनबी हसिना से युं मुलाकात हो गयी, फिर क्या हुआ, कुछ न पुछो, कुछ ऐसी बात हो गयी. Submitted by रेणु on 4 April, 2014 - 12:59 Log in or register to post comments पुछो ना यार क्या हुआ दिलका पुछो ना यार क्या हुआ दिलका करार क्या हुआ तुमसे जो हम मरने लगे जाने हमारा आगे क्या होगा... Submitted by अनघा. on 7 April, 2014 - 04:23 Log in or register to post comments यार दिलदार तुझे कैसा यार दिलदार तुझे कैसा चाहिये, प्यार चाहिये के पैसा चाहिये, पैसा क्या करना है, तेरे लिये जिना है तेरे लिये मरना है, यार दिलदार तेरे जैसा चाहिये, प्यार के लिये मगर, पैसा चाहिये. Submitted by रेणु on 10 April, 2014 - 13:11 Log in or register to post comments प्यार के लिये चार पल कम नही प्यार के लिये चार पल कम नही थे कभी ह्म नही थे कभी तुम नही थे Submitted by सुम on 6 May, 2014 - 05:37 Log in or register to post comments कभी कभी मेरे दिलमे , खयाल आता कभी कभी मेरे दिलमे , खयाल आता है, के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये, तू अबसे पहले सितारोमे बस रही थी कही, तुझे जमिपे, बुलाया गया है मेरे लिये. Submitted by अन्जू on 6 May, 2014 - 07:03 Log in or register to post comments मेरे ख्वाबो मे जो आए आके मुझे मेरे ख्वाबो मे जो आए आके मुझे छेड जाए उस्से कहो कभी सामने तो आए Submitted by सुम on 6 May, 2014 - 10:37 Log in or register to post comments
ओ दूरके मुसाफिर, चंदा जरा ओ दूरके मुसाफिर, चंदा जरा बतादे, मेरा कुसूर क्या है? तू फैसला करादे. Submitted by अन्जू on 3 March, 2014 - 07:54 Log in or register to post comments
चन्दा हे तु, मेरा सुरज हे चन्दा हे तु, मेरा सुरज हे तु ओ मेरी अखोंका तारा हे तु ज़ीति हु मे बस तुझे देखकर ईस टुटे दिल का सहारा हे तु Submitted by कनिका on 3 March, 2014 - 18:45 Log in or register to post comments
चंदा रे चंदा रे .. कभी तो जमी चंदा रे चंदा रे .. कभी तो जमी पर आ ..बॅठेंगे बाते करेंगे तुझको आते इधर लाज आए अगर ओढ के आजा तू बादल घने Submitted by chamaki on 3 March, 2014 - 23:16 Log in or register to post comments
इतना ना मुझसे तु प्यार इतना ना मुझसे तु प्यार बढा, के मै इक बादल आवारा, कैसे किसीका सहारा बनु, के मै खुद बेघर बेचारा. Submitted by अन्जू on 5 March, 2014 - 03:08 Log in or register to post comments
बेचारा दिल क्या करे, सावन जले बेचारा दिल क्या करे, सावन जले भादो जले दो पल की राह नही, एक पल रुके, एक पल चले Submitted by स्निग्धा on 5 March, 2014 - 03:33 Log in or register to post comments
पल पल दिलके पास, तुम रहती पल पल दिलके पास, तुम रहती हो, जीवन मिठी प्यास, ये कहती हो. Submitted by अन्जू on 5 March, 2014 - 03:41 Log in or register to post comments
कहना ही क्या नैन एक अन्जान से कहना ही क्या नैन एक अन्जान से जा मिले Submitted by अनघा. on 5 March, 2014 - 04:01 Log in or register to post comments
नैन सो नैन नाही मिलाओ देखत नैन सो नैन नाही मिलाओ देखत सूरत आवत लाज Submitted by chamaki on 5 March, 2014 - 09:15 Log in or register to post comments
भोली सुरत दिलके खोटे, नाम बडे भोली सुरत दिलके खोटे, नाम बडे और दर्शन छोटे. Submitted by अन्जू on 5 March, 2014 - 09:27 Log in or register to post comments
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अखियाँ प्यासी रे मनमंदिर की ज्योत जगा दो घट घट बासी रे Submitted by अश्विनी के on 5 March, 2014 - 10:07 Log in or register to post comments
ज्योत से ज्योत जगाते चलो ज्योत से ज्योत जगाते चलो प्रेम कि गन्गा बहाते चलो राह मे आये जो दिन दुखी सबको गलेसे लगाते चलो चित्रपट----सन्त ज्ञानेवर---सुधीर कुमार सुरेखा सन्गीत----एल पी.http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=F8MvWF1hnn4 Submitted by देशमुख आबा on 10 March, 2014 - 08:50 Log in or register to post comments
दिन ढल जाये, हाये रात न दिन ढल जाये, हाये रात न जाय, तुम तो न आये, तेरी याद सताय. Submitted by अन्जू on 10 March, 2014 - 09:13 Log in or register to post comments
ढल गया दिन, हो गयी रात, जाने ढल गया दिन, हो गयी रात, जाने दो , जाना है अभी अभी तो आयी हो, अभी अभी जाना है.. Submitted by रेणु on 14 March, 2014 - 13:04 Log in or register to post comments
अभी न जावो छोडकर, के दिल अभी अभी न जावो छोडकर, के दिल अभी भरा नही, ये खतम हो किसी तरहा, ये ऐसा सिलसिला नही. Submitted by अन्जू on 14 March, 2014 - 14:44 Log in or register to post comments
छोडकर तेरे प्यार का दामन ये छोडकर तेरे प्यार का दामन ये बता दे के हम किधर जाये हमको डर है के तेरी बाहोमे हम खुशिसे ना आज मर जाये चित्रपत--वो कौन थी---मनोज कुमार्,साधना सन्गीत--मदन मोहनhttp://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=YlmgkK8a3uQ Submitted by देशमुख आबा on 1 April, 2014 - 08:28 Log in or register to post comments
बाहोके घेरेमे मौसम बाहोके घेरेमे मौसम बहारका, दीवाना लाया है, नजराना प्यारका, चाहत तुम्हारी लायी, मौसम बहारका, किस्मतसे पाया है, नजराना प्यारका. Submitted by अन्जू on 1 April, 2014 - 09:45 Log in or register to post comments
नजराना भेजा किसिने प्यार नजराना भेजा किसिने प्यार का, मै दिवाना, बस तेरे एक दिदार का, नजराना. Submitted by रेणु on 1 April, 2014 - 13:22 Log in or register to post comments
दिवाना मुझसा नही, इस अंबरके दिवाना मुझसा नही, इस अंबरके नीचे, आगे है कातील मेरा, और मै पीछे पीछे. Submitted by अन्जू on 1 April, 2014 - 15:52 Log in or register to post comments
निले निले अंबर पर चाँद जब निले निले अंबर पर चाँद जब छाये, प्यार झलकाये, हमको तरसाये, ऐसा कोई साथी हो, ऐसा कोई प्रेमी हो, प्यास दिल की बुझा जाये, निले निले अंबर पर.. Submitted by रेणु on 2 April, 2014 - 13:34 Log in or register to post comments
दिलकी गिरह खोलदो, चूप न बैठो, दिलकी गिरह खोलदो, चूप न बैठो, कोई गीत गाओ, महफिलमे अब कौन है अजनबी, तुम मेरे पास आओ. Submitted by अन्जू on 2 April, 2014 - 14:40 Log in or register to post comments
एक अजनबी हसिना से युं मुलाकात एक अजनबी हसिना से युं मुलाकात हो गयी, फिर क्या हुआ, कुछ न पुछो, कुछ ऐसी बात हो गयी. Submitted by रेणु on 4 April, 2014 - 12:59 Log in or register to post comments
पुछो ना यार क्या हुआ दिलका पुछो ना यार क्या हुआ दिलका करार क्या हुआ तुमसे जो हम मरने लगे जाने हमारा आगे क्या होगा... Submitted by अनघा. on 7 April, 2014 - 04:23 Log in or register to post comments
यार दिलदार तुझे कैसा यार दिलदार तुझे कैसा चाहिये, प्यार चाहिये के पैसा चाहिये, पैसा क्या करना है, तेरे लिये जिना है तेरे लिये मरना है, यार दिलदार तेरे जैसा चाहिये, प्यार के लिये मगर, पैसा चाहिये. Submitted by रेणु on 10 April, 2014 - 13:11 Log in or register to post comments
प्यार के लिये चार पल कम नही प्यार के लिये चार पल कम नही थे कभी ह्म नही थे कभी तुम नही थे Submitted by सुम on 6 May, 2014 - 05:37 Log in or register to post comments
कभी कभी मेरे दिलमे , खयाल आता कभी कभी मेरे दिलमे , खयाल आता है, के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये, तू अबसे पहले सितारोमे बस रही थी कही, तुझे जमिपे, बुलाया गया है मेरे लिये. Submitted by अन्जू on 6 May, 2014 - 07:03 Log in or register to post comments
मेरे ख्वाबो मे जो आए आके मुझे मेरे ख्वाबो मे जो आए आके मुझे छेड जाए उस्से कहो कभी सामने तो आए Submitted by सुम on 6 May, 2014 - 10:37 Log in or register to post comments
ओ दूरके मुसाफिर, चंदा जरा
ओ दूरके मुसाफिर, चंदा जरा बतादे,
मेरा कुसूर क्या है? तू फैसला करादे.
चन्दा हे तु, मेरा सुरज हे
चन्दा हे तु, मेरा सुरज हे तु
ओ मेरी अखोंका तारा हे तु
ज़ीति हु मे बस तुझे देखकर
ईस टुटे दिल का सहारा हे तु
चंदा रे चंदा रे .. कभी तो जमी
चंदा रे चंदा रे .. कभी तो जमी पर आ ..बॅठेंगे बाते करेंगे
तुझको आते इधर लाज आए अगर
ओढ के आजा तू बादल घने
इतना ना मुझसे तु प्यार
इतना ना मुझसे तु प्यार बढा,
के मै इक बादल आवारा,
कैसे किसीका सहारा बनु,
के मै खुद बेघर बेचारा.
बेचारा दिल क्या करे, सावन जले
बेचारा दिल क्या करे, सावन जले भादो जले
दो पल की राह नही, एक पल रुके, एक पल चले
पल पल दिलके पास, तुम रहती
पल पल दिलके पास,
तुम रहती हो,
जीवन मिठी प्यास,
ये कहती हो.
कहना ही क्या नैन एक अन्जान से
कहना ही क्या
नैन एक अन्जान से जा मिले
नैन सो नैन नाही मिलाओ देखत
नैन सो नैन नाही मिलाओ
देखत सूरत आवत लाज
भोली सुरत दिलके खोटे, नाम बडे
भोली सुरत दिलके खोटे,
नाम बडे और दर्शन छोटे.
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अखियाँ प्यासी रे
मनमंदिर की ज्योत जगा दो घट घट बासी रे
ज्योत से ज्योत जगाते चलो
ज्योत से ज्योत जगाते चलो प्रेम कि गन्गा बहाते चलो
राह मे आये जो दिन दुखी सबको गलेसे लगाते चलो
चित्रपट----सन्त ज्ञानेवर---सुधीर कुमार सुरेखा
सन्गीत----एल पी.
http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=F8MvWF1hnn4
दिन ढल जाये, हाये रात न
दिन ढल जाये, हाये रात न जाय,
तुम तो न आये, तेरी याद सताय.
ढल गया दिन, हो गयी रात, जाने
ढल गया दिन, हो गयी रात,
जाने दो , जाना है
अभी अभी तो आयी हो, अभी अभी जाना है..
अभी न जावो छोडकर, के दिल अभी
अभी न जावो छोडकर,
के दिल अभी भरा नही,
ये खतम हो किसी तरहा,
ये ऐसा सिलसिला नही.
छोडकर तेरे प्यार का दामन ये
छोडकर तेरे प्यार का दामन ये बता दे के हम किधर जाये
हमको डर है के तेरी बाहोमे हम खुशिसे ना आज मर जाये
चित्रपत--वो कौन थी---मनोज कुमार्,साधना
सन्गीत--मदन मोहन
http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=YlmgkK8a3uQ
बाहोके घेरेमे मौसम
बाहोके घेरेमे मौसम बहारका,
दीवाना लाया है, नजराना प्यारका,
चाहत तुम्हारी लायी, मौसम बहारका,
किस्मतसे पाया है, नजराना प्यारका.
नजराना भेजा किसिने प्यार
नजराना भेजा किसिने प्यार का,
मै दिवाना, बस तेरे एक दिदार का,
नजराना.
दिवाना मुझसा नही, इस अंबरके
दिवाना मुझसा नही,
इस अंबरके नीचे,
आगे है कातील मेरा,
और मै पीछे पीछे.
निले निले अंबर पर चाँद जब
निले निले अंबर पर चाँद जब छाये,
प्यार झलकाये, हमको तरसाये,
ऐसा कोई साथी हो, ऐसा कोई प्रेमी हो, प्यास दिल की बुझा जाये,
निले निले अंबर पर..
दिलकी गिरह खोलदो, चूप न बैठो,
दिलकी गिरह खोलदो,
चूप न बैठो, कोई गीत गाओ,
महफिलमे अब कौन है अजनबी,
तुम मेरे पास आओ.
एक अजनबी हसिना से युं मुलाकात
एक अजनबी हसिना से युं मुलाकात हो गयी,
फिर क्या हुआ, कुछ न पुछो, कुछ ऐसी बात हो गयी.
पुछो ना यार क्या हुआ दिलका
पुछो ना यार क्या हुआ
दिलका करार क्या हुआ
तुमसे जो हम मरने लगे
जाने हमारा आगे क्या होगा...
यार दिलदार तुझे कैसा
यार दिलदार तुझे कैसा चाहिये,
प्यार चाहिये के पैसा चाहिये,
पैसा क्या करना है, तेरे लिये जिना है तेरे लिये मरना है,
यार दिलदार तेरे जैसा चाहिये, प्यार के लिये मगर, पैसा चाहिये.
प्यार के लिये चार पल कम नही
प्यार के लिये चार पल कम नही थे
कभी ह्म नही थे कभी तुम नही थे
कभी कभी मेरे दिलमे , खयाल आता
कभी कभी मेरे दिलमे ,
खयाल आता है,
के जैसे तुझको बनाया गया है
मेरे लिये,
तू अबसे पहले सितारोमे बस रही थी कही,
तुझे जमिपे,
बुलाया गया है मेरे लिये.
मेरे ख्वाबो मे जो आए आके मुझे
मेरे ख्वाबो मे जो आए
आके मुझे छेड जाए
उस्से कहो कभी सामने तो आए