बहाने..

Posted
12 वर्ष ago
शेवटचा प्रतिसाद
12 वर्ष ago

मेहफिल के हुए ना..ना तुम्हारे हुए,
औरों के क्या हो? ना हम हमारे हुए ..

सपना ही होगा..सपना ही था वो
कुछ पल साथ हमने गुजारे हुए ..

गैरोंसे क्यूं हम शिकायत करे
अपनों के भी हम ना प्यारे हुए

के तुफां से रिश्ता गहरा है इतना
बडे दूर हमसे किनारे हुए ..

वो समझे ना हमको.. गहराइओंको..
छोडो भी, ये बस बहाने हुए ..

प्रकार: 

धन्यवाद!
वो बाते भुल के अब देखे नयी राहें --> अनिल सगळ्या गोष्टी असं सारख्या विसरायच्या कशाला त्या? दु:ख पण पुरवून वापरु यात की Happy नव्या दु:खापेक्षा जुनच बरं

क्या बात हैं मीनू मस्तच... हिंदी/उर्दू लहजा मस्त पकडला आहेस... गझल आवडलीच...

सपना ही होगा..सपना ही था वो
कुछ पल साथ हमने गुजारे हुवे.. >>> मस्तच

हुवे का हुए?

मिल्या धन्यवाद रे.. पण हुवे का हुए ते नाही माहीत. कुणाला माहीत असल्यास सांगा मी सुधारणा करते.

धन्यवाद पियापेटी (पियापेटी हा आयडी किती मजेशीर आहे Happy )