आय पी एल - सिद्धूकी जबानी

Submitted by बेफ़िकीर on 15 May, 2014 - 04:32

चेतन चौहान (चेचौ) - और पहिली ओव्हरकी समाप्तीपर पंजाब दो रन्स बिना कोई विकेट खोये! और अब हमारे साथ जुटरहे है सिक्सर सिद्धू! वेलकम शेरी पाजी!

सिद्धू - मौसम बेईमान है, आय पी एल क्रिकेटकी शान है और मॅक्सवेल पंजाबकी जान है! कहीं ना कहीं, मॅक्सवेलको लाने के लिये, सेहवाग जो है, अपनी विकेट खोनेकी फितरतमे नजर आ रहे है! दरकार है एक ऐसे स्कोरकी जो न चेन्नई बना सके ना पंजाब खुद कभी आगे जाकर! और यहांपर, पाच फिल्डर ऑफसाईडमे रखनेकी नौबत आयी हुई है धोनीपर! क्योंकी बल्लेबाजी करनेके लिये आये है...... कौन है ये?

चेचौ - वर्धमान साहा

सिद्धू - अगर टीममे वर्धमान है तो टीम आयुष्मान है!

चेचौ - फर्स्ट क्लास क्रिकेटमे इन्होने दोहरा शतक जमाया था पाजी

सिद्धू - जंगलमे मोर नाचा किसने देखा?

चेचौ - मतलब?

सिद्धू - जो है यहां है, आज है, अभी है गुरू! कुदरत कह रही है हमे कलके किस्से मत सुनाओ भैय्या! छोडो कलकी बाते, कलकी बात पुरानी, नया खून है नयी उमंगे अब है नयी जवानी! जवानी की बात चलते मुझे याद आता है चेतन पाजी, १९९२ मे ऑस्ट्रेलियामे जब आपने पचास बनाये थे तो मेरी ड्रेसिंग रूममे इक मोहतरमा आयी थी जो कहरही थी के आपके टीममे सबसे जवान कौन है? तो मैने बिना झिझककर जवाब दिया था के आप जिससे ये सवाल पूछ रही हो..... और ये बीचमे एक सिक्सर लगाया है साहाने...... तो साहाने सिक्सर लगाकर मेरी बात काटी.... तो मैने मोहतरमाको कहां के आप जिससे ये सवाल पूछ रही हो वही तो बंदा है जो सबसे जवान है!

चेचौ - अंपायर चेक कर रहे है के बाऊंड्रीके उस पार गेंद गिरी या इस पार! आजकल जो टेक्नॉलॉजी देखनेको मिल रही है उसके बारे में आप क्या कहोगे शेरी पा?

सिद्धू - वो दिन दूर नही जब फील्डमे अंपायर नही रहेंगे, बल्कि सारी अंपायरी थर्ड अंयापरही करेगा! आगे जाकर तो बोलर्सकी भी जरूरत नही रहेगी गुरू? मशीनसे बोलिंग होगी और सिर्फ बॅट्समन ऑर फिल्डर्स दिखेंगे मैदानमे! टेक्नॉलॉजी वो जलवा-ए-जुंबिश है जो अगर हमारे जमानेमे होती तो आज हम जो है, यहां नही होते, बल्कि मैदानमे खेल रहे होते! और ये नो बॉल!

चेचौ - शायद रन-अपमे कुछ तबदीली की होगी बोलरने!

सिद्धू - जब परेशानीके बादल मंडराते है आसमानमे, तो हाथीकी ताकद आ जाती है वर्धमानमे! हाथी चले अपनी चाल, फिर वो चाहे हो नो बॉल! और ये फ्री हिट! प्रीटी झिंटा...... कहीं ना कहीं...... इस मैदानमे नजर जरूर आती है!

चेचौ - जाहीर है, जब उन्हीकी टीम है तो वो तो होगीही!

सिद्धू - गालोंबे गुलाब है, होटोमे शराब है, जबतक प्रीटीका शबाब है तबतक खेलरहा पंजाब है!

चेचौ - ये... आपको ये ... मतलब ऐसेही स्पाँटॅनियसली हो जाता है या?

सिद्धू - फ्री हिट वाली गेंद बेकार गयी! जिसको आकार नही वो बेकार है गुरू! और दुनियामें... कही ना कही.... उसका कही स्वीकार नही है! आकार बहुत जरूरी है! अपनी इनिंग्जको आकार देते हुवे वर्धमान!

चेचौ - ये जो... सीमरके जगहपे पहलेसे स्पीनरके हाथमे गेंद दी जाती है......

सिद्धू - सीमर हो या स्पीनर...... जब सामने आता है किलर मिलर तो हो जाता है कहर! अभी तो टाईम है मिलरको आनेमे! अभी तो मॅक्सवेल आयेंगे! और जब मॅक्सवेल आते है तो गेंदबाज जो होते है वो अपने कॅप्टनसे आँखे नही मिलाते भैय्या! मनही मनमे कहते है कही गेंद मुझे ना फेकनेके लिये कहां जाये! मेरी तो फटी पडेगी मॅक्सवेलके सामने! मै नजरही न आऊं कप्तानको! तबकत मजेदार है खेल, जबतक खेल रहे हो मॅक्सवेल!~ और ये चौका!

चेचौ - जी नही! एक रन! अच्छी फिल्डिंग!

सिद्धू - मरता क्या न करता?

चेचौ - तो शेरी पा, मै कह रहा था के पहलेसे स्पीनर्सको गेंद थमानेकी ये जो धोनीकी सोच है......

सिद्धू - कुत्तेकी दूम, प्रियांका चोपडाकी कमर और महेंद्रसिंग धोनी की सोच कभी सीधी नही हो सकती!

चेचौ - जी जी! सही फर्माया आपने!

सिद्धू - हम तो हमेशाही सही फर्माते है जनाब! और ये देखिये चीअर गर्ल्स! अपने जलवे दिखाते हुवे! एक.... मै कहुंगा एक.... एक ऐसा झीनत शबाब चढाया है आय पी एल ने क्रिकेटपर.... जहां देखो जवानी के जलवे, खूबसूरती, हुस्न! मतलब, क्रिकेट क्रिकेट नही रहा, एक ब्योपारसा होके रह गया है इश्कोहुस्नका!

चेचौ - और ये...... सेहवाग आऊट!

सिद्धू - जब गेंदबाज लगाते है आग, भागजाते है सेहवाग!

चेचौ - और अब कमेंट्री बॉक्समे हमारे साथ जुटरहे है...... शोएब अख्तर...स्वागत है आपका शोएब

शोएब - जी बडी मेहरबानी आपकी, बहोत शुक्रिया और मॅक्सवेल मैदानमे आते हुवे

सिद्धू - एक... मै कहुंगा के एक...... डरावनासा माहौल मैदानमेभी और कमेंट्री बॉक्समेभी! और क्युं न हो? मैदानमे आये है फास्टेस्ट बॅट्समन मॅक्सवेल और यहां पधारे है दुनियाके फास्टेस्ट बोलर शोएब अख्तर! आम फास्ट बोलरकी गेंद बॅट्समनको नजर नही आती, शोएब अख्तरकी गेंद कीपरकोभी नजर नही आती! जब अख्तर गेंदबाजी करनेके लिये आते थे...... ये वाईड बॉल... जब मॅक्सवेल खेलरहे हो तो गेंदबाज जानबूझकर वाईड बॉल फेकता है.... तो जब अख्तर गेंदबाजी करनेके लिये आते थे.... कहीं ना कहीं... बहोत फास्ट गेंदबाजी किया करते थे.... मुझे आजभी याद है.... सनी पाजी और मै ओपन कर रहे थे.... इस्लामाबादकी बात है... पिछली रात मै मुर्गी खाकर टल्लू हो गया था गुरू... और सुबह उठके देखा तो हमारी पहिली बॅटिंग... मैने कपिल पाजी को कहां के मुझसे ओपन ना करवाईये.... तो उन्होने कहां.... और ये गेंद मिडविकेटमे ढकेलकर मॅक्सवेलने अपना खाता खोला... तो उन्होने कहां... ओ हो हो... ये ओव्हरथ्रो... एक और रन... तो उन्होने कहां.... और मॅक्सवेल फिर एक बार स्ट्राईक पे.... तो मै क्या कहरहा था?

अख्तर - जी आपको ओपनिंगके लिये कहां गया था

सिद्धू - भाई सिद्धूको ओपनिंगके लियेही तो कहां जाता था हमेशा! सिद्धू करेगा ओपनिंग तो शुरू होगी इनिंग! आज ख्रिस गेल नजर नही आ रहे है!

चेचौ - आज उनकी मॅच नही है

सिद्धू - हो सकता है की यही एक वजह हो के आज ख्रिस गेल नजर नही आ रहे!

अख्तर - बिल्कुल सही फर्माया आपने! आम तौरपर खिलाडी तभी नजर आता है जब उसके टीमकी मॅच हो!

सिद्धू - लेकिन हमारे जमानेमे ये नही होता था गुरू! अगर मॅच इन्डिया पाकिस्तानमेभी है, तोभी कपिल पाजी तो दिखतेही दिखते थे कहीं ना कहीं!

चेचौ - जी जी, वो कप्तानभी तो थे इन्डियाके!

सिद्धू - और ये..... उठादिया है..... गेंद हवामे..... मॅक्सवेलका आतेही छक्का!

चेचौ - सुपर शॉट... शेरी पाजी... आपभी सिक्सर सिद्धू कहलाते थे.... बडी बाते होती थी आपकेभी छक्कोंकी!

सिद्धू - मै छक्का नही हूं! मेरे बेटे है! प्रभू...... हमारी ले रहे हो क्या?

चेचौ व शोएब - हा हा हा हा हा हा

सिद्धू - लेलो लेओ, हमारीभी बारी आयेगी!

चेचौ - वैसे पाजी, आपके कितने बेटे है!

सिद्धू - दो को तो मै जानता हूं क्युंकी मेरेही घरमे रहते है!

शोएब - कहीं न कहीं, इस पीचके बारेमे मै ये कहुंगा

सिद्धू - प्रीटी झिंटा के गालपर डिंपल हो सकती है लेकिन मोहालीके पीचपर पिंपल नही हो सकती

शोएब - जी जी! सही फर्मारहे है आप!

सिद्धू - और बॉबी और सागरमे डिंपल हो सकती है लेकिन सी एस के और किंग्ज इलेव्हनकी मॅच सिंपल नही हो सकती!

चेचौ - बिल्कुल शेरी पाजी! और ये थर्ड मॅनकी तरफ ढकेल दिया!

सिद्धू - थर्डमॅनकी तरफ ढकेलना आसान नही होता! बिना पैरोंके हिमालयपे चढनेजैसा होता है ये! चाँदपर् चलकर जानेजैसा है! सूरजकी छातीसे आग निकालकर सूरजको बुझादेनेजैसा काम है ये!

अख्तर - बिल्कुल!

सिद्धू - और जो सूरजके सीनेसे आग निकालकर सूरजको बुझादेता है.... वही आय पी एल मे खेल सकता है गुरू! कोई भी ऐरागैरा नही खेलसकता! नही तो हर बॉल पे विकेट जायेगी! आयाराम गयाराम! तू चल्ल, मै आया!

चेचौ - ये... महेंद्रसिंग धोनीने थर्डमॅनकी तरफ एक फिल्डर रख्खा!

सिद्धू - कही न कही... मुझे लगता है... के महेंद्रसिंग धोनीको लग रहा है के वो एक कप्तानभी है!

चेचौ - कप्तान तो हैही वो!

सिद्धू - वो फायटिंगही क्या जिसमे जॅकी चॅन न रख्खे और वो कप्तानही क्या जो थर्डमॅन न रख्खे

अख्तर - बहुत अच्छा स्विंग इस बार

सिद्धू - अबकी बार...... सिक्सकी दरकार.... मैं हूं सरदार.... लेकिन मॅक्सवेल असरदार!

वकार - और मै वकार युनुस खुदका स्वागत करते हुवे!

चेचौ - शेरी पा, आपकी जगह दस मिनिटके लिये वकारभाई लेंगे अब

सिद्धू - इस अन्जूमनमे आपको आना है बारबार, दीवारोदरको गौरसे पहचानलीजिये वकारभाई!

वकार - सही कहरहे है! कही न कही...... अपनी जगह खाली करते हुवे शेरी पा!

सिद्धू - रामने जब रावणको......

वकार - शेरी पा आप अंदर बैठलीजिये कुछ देर!

सिद्धू - अंदर तो वो जाता है जो बाहर नही आता और ....

वकार - जी जी.... समझगये हम

सिद्धू - महाभारतमे..... जब भगवान क्रिष्णने अर्जुनसे पूछा

चेचौ - और ये कॉट बिहाईंड!

सिद्धू - के तुम अपने शस्त्र क्यों डालरहे हो......

अख्तर - हम सब अंदर चलते है मेरे खयालमे

सिद्धू - तो अर्जुनने कहां की कही मेरा भाई है, कही मेरे गुरू

वकार - अंपायर चेक कर रहे है ये कहीं नो बॉल तो नही है!

चेचौ - जी नही! बॉल बिल्कुल सही!

सिद्धू - और ये एक कमरतोड, ताबडतोड जवाब! छक्का! उछालदी गेंद हवामे!

अख्तर - ये रिप्ले दिखारहे है शेरी पाजी!

सिद्धू - ए बी डिव्हिलियर्स... कही न कही... पॅड बांधे हुवे

अख्तर - सिद्धू पाजी कौनसी मॅच देखरहे है वकारभाई?

वकार - नये बॅट्स्मन... डेव्हिड मिलर... किलर मिलरके नामसे जाने जाते है!

चेचौ - ये देखिय चीअर लीडर्स....... डान्स करते हुवे.... मुस्कुराते हुवे... सबका ध्यान अपनी ओर खीचते हुवे

सिद्धू - कही न कही...... कॅच ड्रॉप करवादेंगी ये फिल्डरोंसे.... फिल्डर गेंदको छोडकर इन्हीके जलवे देखते रहेंगे...और गुरू... जो औरतके जाल मे फसा वो हमेशाके लिये फसा.... मुझे तो लगता है के चीअर लीडर्स रखना येभी टीम्सकी एक स्ट्रॅटेजीही होगी शायद! मोहिनीअस्त्र! जवानी के जलवे! हर शाम नया खिलाडी! अगर धरम पाजी होते तो कहते इन कुत्तोंके सामने मत नाचो लडकियों! मानो बिजली खुद आसमानसे इनके बदनमे आकर नाच रही है! ये गोरा रंग, ये सुनहरी जुल्फे, ये चकाचौंध! आय हाय हाय हाय! मर जावां!

वकार - आप कुछ देर प्लीज अंदर बैठिये

सिद्धू - तो अर्जुनने कहां था.... के मै अपनोंके साथ थोडेही ना लड सकता हूं.... लेकिन देखिये इस आय पी एल मे..

अख्तर - ये कुछ औरही कहते रहते है

चेचौ - और अब हमारे बीच फिर एक बार कमेंट्री बॉक्समे वापस आ रहे है शेरी पाजी.... आईये सिद्धूजी!

सिद्धू - नमश्कार, आदाब, सलाम आलेकुम और गूड इव्हिनिंग! कही न कही... सामने एक मॅच चलता हुवा नजर आ रहा है!

चेचौ - जी जी!

सिद्धू - कुत्ता जब भौंकना बंद करे, तो उसे कुत्ता नही कहते!

वकार - ये.... ये किस वाकियेपे कमेंट कर रहे है आप पाजी?

सिद्धू - कोयलकी कूक, इटालियन कूक और धोनीकी चूक ढूंढनेसे नही मिलती!

अख्तर - मै अंदर बैठता हूं कुछ देर!

सिद्धू - और ये घुमादिया है! बॅटभी हाथसे निकलगया! ये क्या, क्या हो क्या रहा है?

चेचौ - दरस्सल ... आपने बॅटका शॅडो देखा जमीनपर... बॅट हाथमेही है उनके!

सिद्धू - और ये रन आऊट होते होते बाल बाल बच गये!

वकार - रन आऊट???

सिद्धू - जी हां! अगर गेंद फिल्डर के हाथमे पहुंचती और अगर फिल्डर टाईमपे डायरेक्ट थ्रो करते और अगर तबतक बॅट्समन क्रीजमे नही पहुंचे हुवे होते तो ये सीधा सीधा रन आऊट का मामला था!

वकार - जी जी! दुरुस्त फर्माया!

सिद्धू - लेकिन???? वैसा नही हुवा! जो होता है वो होता नही गुरू, और जो नही होता है.....

चेचौ - वही होता है!

सिद्धू - हा हा हा हा! लगगयी आपकोभी लत हमारे अंदाज-ए-गुफ्तगूकी मियाँ!

वकार - ये ओव्हर समाप्त

सिद्धू - घोडेको तालाबतक लाया जा सकता है, पानी पिलाया नही जा सकता! पानी घोडेको खुदको पीना पडता है!

चेचौ - जी जी!

सिद्धू - आप शेरके पूंछपे पाव रख्खोगे तो वो क्या पप्पी देगा?

चेचौ - बिल्कुल नही

सिद्धू - गधा आखिर गधा होता है!

चेचौ - और इन्सान इन्सान!

सिद्धू - और??? मॅक्सवेल मॅक्सवेल होता है, कोई ख्रिस गेल नही होता!

चेचौ - पार्थिव पटेलकी कलकी बारी के बारे मे आपका......

सिद्धू - पार्थिव पटेल, ख्रिस गेल और मॅक्सवेल, जिनजिनका भी नाम 'एल'से खतम होता है ना गुरू? उन्हे 'झेल'ना मुमकिन नही है! अश्वत्थामा, हनुमानजी और आय पी एल की शोहरत ये तीनही चीजे अमर है इस दुनियामे!

वकार - ये एक और चौका

सिद्धू - मेला लूट गया! भागो भागो, पंजाबके गुंडे चेन्नईका मेला लूट रहे है! अब डान्स करो भरतनाट्यम! ये देखो प्रीटि झिंटा नाच रही है! और क्युं न नाचे? जिसकी डिंपल इतनी खूबसूरत हो वो नही नाचेगी तो क्या मेरे जैसा सरदार नाचेगा? ये क्या? ये अंपायर.... ये किस अजीब किस्मका इशारा कर रहा है? अंपायर है या चीअर लीडर?

वकार - जी अंपायरही है.... टाईम आऊट बता रहे है! अब आप अंदर चले, हम सब अंदर जा रहे है!

सिद्धू - टाईम आऊट तो भैय्या उसका होता है......

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-'बेफिकीर'!

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मस्तच. Happy
मात्र त्या वकारच्या एंट्रीलाच संपवायला हवा होता लेख. लांबी खुप झालेय.

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यावर उपाय आहे.
SET MAX ही वाहिनी लावल्यास तिथे हिंदी समालोचन म्हणजेच सिद्धूची बडबड ऐकावी(च) लागते.
SONY SIX ही वाहिनी लावल्यास तिथे इंग्रजी समालोचन असते पण तिथे सिद्धू नसतो.

बेफिकीरजी, त्रिवार सलाम !
<< हे मराठी संकेतस्थळ आहे.कृपया इथे हिंदीतून फटकेबाजी करू नका.- हुकुमावरून. >> अहो, ज्याला कसलेच संकेत लागू होत नाहीत, त्यालाच तर सिद्धू म्हणतात !! Wink

जबरी लिहिलयं. मजा आली.

पण २/३ वाचेपर्यंत तो सिद्धूच बोलतोय हे वाटत होते, नंतरच्या १/३ पार्ट मध्ये ओढून ताणून विनोद वाटले, त्यामुळे थोडे बोअर झाले.

कुत्तेकी दूम, प्रियांका चोपडाकी कमर और महेंद्रसिंग धोनी की सोच कभी सीधी नही हो सकती Lol

२/३ वाचेपर्यंत तो सिद्धूच बोलतोय हे वाटत होते, नंतरच्या १/३ पार्ट मध्ये ओढून ताणून विनोद वाटले, त्यामुळे थोडे बोअर झाले.
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सहमत.... पण हि देखील सिद्धूचीच एक खासियत आहे Wink

:G:-G:खोखो:

nice

लैच भारी बेफी, मस्त बेअरिंग घेतले आहे आणि पेलले आहे सिद्धूचे... काही म्हना मला सिद्धू प्रचंड आवडतो. त्याचे वाचन, स्मरण , म्हणी, एकदम हजरजबाबी असते... जायकेदार !