"वक्त"

Submitted by संशोधक on 18 April, 2020 - 14:15

कुछ वक्त की ही तो बात है
फिर सबकुछ ठीक हो जाएगा
वक्त ही तो है
ये भी गुजर जाएगा

वक्त की पहचान है चलते रहना
ये भी चला जायेगा
ये इंसान थोडी है
जो एक ही जगह ठहर जाएगा

पर लगता है वक्त भूल गया
कि क्या है उसकी नीति
उसे याद दिलाना होगा
अब हमें ही उसे आगे बढ़ाना होगा

अब वक्त आया है
भूतकालमें जो हो न सका
वो करके दिखाना होगा
वक्त को वक्तपर चलना सीखाना होगा
उसे इंसान बनने से रोकना होगा
उसे इंसान बनने से रोकना होगा

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