दिंडी मधले |

Submitted by डॉ.विक्रांत प्र... on 6 July, 2013 - 07:42

दिंडी मधले | दु:ख सावळे |
पुन्हा दाटले | शब्दामध्ये ||१||
पुन्हा मनाचा | बांध फुटला |
उर भरला | तव प्रेमे ||२||
पुन्हा जीवाला | भूल पडली |
चालू लागली | वाट जुनी ||३||
स्वप्न साजिरे | एक निळूले |
मनी जागले | आज पुन्हा ||४||

विक्रांत प्रभाकर
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