मेरे मुर्गे को क्या हुवा चाचा?

Submitted by पाषाणभेद on 22 May, 2011 - 20:22

मेरे मुर्गे को क्या हुवा चाचा?

मेरे मुर्गे को क्या हुवा चाचा?
खाता नही पिता नही
बंद पडलीय त्याची वाचा ||धृ||

अब मै क्या करू उसको?
नही डाक्टर दिखानेको
तेरे आंगनमे वो जाताय
कुकुचकु कुकुचकु वो वरडताय
मेरा दानापानी नही उसको भाता
अरे मेरे मुर्गे को क्या हुवा चाचा? ||१||

देख हळुहळु तो कसा भागताय
लई उदास उदास दिखताय
चोच उघडी रखके तो बसतोय
नही फडफड फडफड करताय
अब्बी तुच हैरे बाबा उसका दाता
मेरे मुर्गे को क्या हुवा चाचा? ||२||

मै क्या बोलतोय अब तू ध्यानसे सुन चाचा
ये मुर्गा और तेरी मुर्गीपे प्रसंग आयेलाय बाका
अरे दोनो का भिड गया आपसमें टाका
अंधेरेमे जाके घेती एकमेकका मुका
ये प्रेमीयोंके बीचमे आता कोनी येवू नका
अबी दोनोके शादीका टैम आयेला है बरका
मेरे मुर्गे को प्यार हुवा है रे चाचा ||३||

- पाषाणभेद (दगडफोड्या)
२३/०५/२०११

गुलमोहर: 

मेरे मुर्गे को क्या हुवा चाचा?
खाता नही पिता नही
बंद पडलीय त्याची वाचा ............
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व्वाह वा सुभान हलला !
उसकी वाचा बैठी तो अब उसको कापो .

भले शाब्बास !!

लैच भारी... Proud

भागते भागते आया कि धापकन पड्या
बॉटल भी फुट्या अन रॉकेल भी सांड्या

"तुझे देख के मेरी मधुबाला" च्या चालीवर म्हणता येतय का??

मस्त जमलय.. एखाद्या नवीन मराठी सिनेमात आयट्म सॉंग म्हणुन सहज खपुन जाइल Happy

>>"तुझे देख के मेरी मधुबाला" च्या चालीवर म्हणता येतय का??

नाही. "मेरी भैंस को डंडा क्युं मारा" ह्या चालीवर म्हणायचंय. Lol

छान

का!