अंताक्षरीचे नियम
१. गाण्याची सुरूवात ही सुरूवातीपासून केली जावी. फक्त सुरूवातीचे आलाप किंवा गुणगुणणे वगळावे. गाण्याचे धृपद पूर्ण लिहीले जावे. धृपद पूर्ण लिहीले नसेल किंवा गाण्याची सुरूवात सुरूवातीपासून केली नसेल तर गाणे बाद धरले जाईल.
२. गाणं त्या पानावरुन वाहून गेल्याशिवाय त्याची पुनरुक्ती करु नये.
३. दोन किंवा अधिक गाणी एकाच वेळी किंवा काही अंतराने पण एकाच अक्षरापासून लिहीली गेली तर सर्वात आधी आलेलं गाणं ग्राह्य धरुन पुढील गाणे लिहावे.
४. अ, आ, ओ सारखे स्वर स्वतंत्रपणे वापरले जावेत अपवाद इ / ई आणि उ / ऊ चा).
५. नवीन गाण्याची सुरूवात आधीच्या गाण्याच्या शेवटच्या अक्षराने किंवा शेवटच्या एक अथवा अधिक शब्दांनीही करता ये_ईल. शेवटचा शब्द घ्यायचा असेल तर तो आहे तसाच घेतला जावा. त्याची रूपे किंवा समानार्थी शब्द घे_ऊ नयेत.
६. हिंदी अंताक्षरीमध्ये शेवटचे अक्षर ह' असेल तर ते गाणे लिहीणार्याने पर्याय देणे अपेक्षित आहे. पर्याय दिल असेल तरी तो घेणे बंधनकारक नाही. पर्याय दिला नसेल तर ह\' पासून किंवा उपांत्य अक्षरापासून गाणे लिहावे.
७. हिंदी अंताक्षरीमध्ये जाये' किंवा जा_ए' आणि तत्सम शब्दांच्या बाबतीत जसे आधीचे गाणे संपले असेल त्याप्रमाणे अंत्य अक्षर धरले जावे.
हम ना समझे थे
हम ना समझे थे
बात इतनी सी
ख्वाब शीशे थे
दुनिया पत्थर थी
थोड़ा सा प्यार हुआ है थोड़ा है
थोड़ा सा प्यार हुआ है थोड़ा है बाकी
हम तो दिल दे ही चुके
बस तेरी हां है बाकी
काटे नहीं कटते ये दिन ये रात
काटे नहीं कटते ये दिन ये रात
कहनी थी तुमसे जो दिल की बात
लो आज मैं कहती हु
आय लव यू
यारों दोस्ती बड़ी ही हसीन है
यारों दोस्ती बड़ी ही हसीन है
ये ना हो तो क्या फिर बोलो ये जिंदगी है
हमें तो लूट लिया मिल के हुस्न
हमें तो लूट लिया मिल के हुस्न वालों ने
काले काले बालों ने गोरे गोरे गालों ने
नहीं ये हो नहीं सकता की तेरी
नहीं ये हो नहीं सकता की तेरी याद ना आये
बिना तेरे कहीं ये दिल एक पल चैन ना पाए
तूझे भूलने से पहले मेरी जान चली जाए
एक मै और एक तू
एक मै और एक तू
दोनों मिले इस तरह
और जो तन मन में हो रहा है
वो तो होना था
थारे वास्ते रे ढोला नैन
थारे वास्ते रे ढोला नैन म्हारे जागेसारी सारी रैन जागे
तू म्हारा कौन लागे
गैरो पे करम अपनो पे सितम
गैरो पे करम अपनो पे सितम
ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर
रहने दे अभी थोड़ा सा भरम
ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर
ये ज़ुल्म ना कर
रात कली एक ख्वाब में आयी और
रात कली एक ख्वाब में आयी और गले का हर हुई
सुबह को जब हम नींद से जागे आँख उन्ही से बाहर हुई
इस जहां की नहीं है तुम्हारी
इस जहां की नहीं है तुम्हारी आँखें
आसमा से ये किसने उतारी आँखें
आए है हम जहां में तुम्हारे लिए
है तुम्हारे लिये ही हमारी आंखे
खोया खोया चाँद खुला आसमान
खोया खोया चाँद खुला आसमान
आँखों में सारी रात जाएगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
खोया खोया चाँद
दर्दे दिल दर्दे जिगर दिल में
दर्दे दिल दर्दे जिगर दिल में जगाया आपने
पहले तो मैं शायर था
आशिक बनाया आपने
नखरेवाली ... नखरेवाली
नखरेवाली ... नखरेवाली
देखनेमें देख लो ये कैसी भोली भाली
अजनबी ये छोरियॉं
दिल पे डाले डोरियाँ
मन काली
वो तो कोई और थी जो आँखोसे
समा गयी दिल में
मेरा कर्मा तू
मेरा कर्मा तू
मेरा धर्मा तू
तेरा सब कुछ मैं
मेरा सब कुछ तू
हर करम अपना करेंगे
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है
जान भी देंगे
ऐ वतन तेरे लिए
एक नज़र उसिने देखा तो दिल हुआ
एक नज़र उसिने देखा तो दिल हुआ दीवाना
है बात बस इतनीसी पर बन गया अफसाना
नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश
नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ
ये छलकते हुए जज़बात किसे पेश करूँ
कॄष्णा मस्त गाणे. एकदम छान.
कॄष्णा मस्त गाणे. एकदम छान.
रूठ के हमसे कहीं जब चले जाओगे
रूठ के हमसे कहीं जब चले जाओगे तुम
ये ना सोचा था कभी इतने याद आओगे तुम
मै और मेरी तनहाई अक्सर ये
मै और मेरी तनहाई अक्सर ये बातें करते है..
तुम होती तो कैसा होता
तुम ये केह्ती, तुम वो केह्ती
तुम इस बात पे हैरान होती, तुम उस बात पे कितनी हस्ती
तुम होती तो ऐसा होता, तुम होती तो वैसा होता
मै और मेरी तनहाई अक्सर ये बातें करते है
ये रात है या तेरी जुल्फ़े खुली हुई है
है चांदनी, या तुम्हारी नजरो से मेरी रातें धुली हुई है
ये चांद है या तुम्हारा कंगन, सितारे है या तुम्हारा आंचल
हवा का झोंका है, या तुम्हारे बदन कि खुशबू
छान@ धनश्री
छान@ धनश्री
बन्नो रानी
बन्नो रानी
तुम्हे सयानी
होना ही था
होना ही था
एक राजा की
तुम को रानी
होना ही था
होना ही था
थोड़ा सा प्यार हुआ है थोड़ा है
थोड़ा सा प्यार हुआ है थोड़ा है बाकी
हम तो दिल दे ही चुके
बस तेरी हाँ है बाकी
कमबख्त इश्क
कमबख्त इश्क
है जो
सारा जहां
है वो
कब आता है
कब जाता है
पर रहता है जब तक ये कमबख्त
जन्नत दिखाता है
हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और
हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दुरी
मुझे पल पल हैँ तड़पाये
तेरी दो टकिया दी नौकरी में मेरा लाखों का सावन जाए