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Anandsuju
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| Tuesday, August 08, 2006 - 6:34 am: |
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हो ग विन मी वरचाच आनंद आहे. अग तू ईथे आली होतिस तर मग फोन तर करायचास कोणाला तरी किवा एखादे पोस्टिग तर टाकायचे. अग आपली मायबोलिकराची वर्षा सहल जाली त्याच काळात.
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Vin
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| Tuesday, August 08, 2006 - 6:12 pm: |
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अरे हो वाचलं मी वर्णन इथे... india ला गेल्यावर महिना कसा जातो कळत नाही. सासर, माहेर, नातेवाइक सगळ्यांचं आजारी पडणे ह्यातून वेळ नाही मिळत दुसया कशाला. मला केळकर काॅ. ला पण भेट द्यायची होती...पण कसचं काय???
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Anandsuju
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| Wednesday, August 09, 2006 - 6:55 am: |
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हे खरे आहे ग ईतक्या दिवसानी ईथे आल्यावर दिवस हे कमी पडणारच. कॉलेज ला गेली असतीस तर तु ओळखु शकली नसतिस एवढे बदल पहायला मिळाले असते. नेक्स्ट टाईम जेव्हा येशिल तेव्हा भेट दे कॉलेजला.
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Anandsuju
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| Saturday, August 19, 2006 - 7:57 am: |
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अरे काय पुन्हा ईथे सगळे गायब की काय
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Anandsuju
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| Monday, September 11, 2006 - 4:46 am: |
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हाय लोक्स सुप्रभात... चला अखेर माजी सोलापुरातुन सुटका जाली. मी आता कायमचा मुबईत आलो आहे. माजी बदली जाली आहे ईथे. तुम्ही सगळे कसे आहात..
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Vin
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| Monday, September 11, 2006 - 9:49 pm: |
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हाय आनंद, काय म्हण्तोस? मग मुंबई बरी वाटते कि सोलापुर??
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Anandsuju
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| Saturday, September 16, 2006 - 11:06 am: |
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हाय विन मी मजेत आहे. तू कशी आहेस.. मुबईच बरी आहे ग. बाकी काय म्हणता आहात सगळे
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Orchid
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| Thursday, October 05, 2006 - 3:19 pm: |
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हाय आज बर्याच दिवसानी वाट चुकले. आनन्द, सम्पदा, विन आदिती, केदार कसे आहात सर्व?
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Anandsuju
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| Saturday, October 07, 2006 - 4:16 am: |
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हाय ऑर्किड कशी आहेस. बरेच दिवसानी तुला ईथे पाहुन आनंद झाला. मी मजेत. मी आता मुबईला परत आलो आहे. अरे मित्रानो एक वाईट बातमी आहे, केदारच्या आईचे देहवसान झाले ८ दिवसापुर्वी..
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Vin
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| Friday, October 20, 2006 - 2:07 pm: |
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सर्वाना दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्या!!!
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Anandsuju
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| Saturday, October 21, 2006 - 6:36 am: |
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हाय विन सगळ्याना दिपोत्सवाच्या हार्दिक शुभेच्छा
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Anandsuju
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| Friday, October 27, 2006 - 9:17 am: |
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हाय लोक्स कसे आहात सगळे? अरे येत जा रे ईथे अधुन मधुन....
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Vin
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| Friday, October 27, 2006 - 6:04 pm: |
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अरे आनंद, तु केळकर काॅलेज च्या गंमती जंमती लिहि म्हण्जे सगळे येतील :-))
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Anandsuju
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| Monday, October 30, 2006 - 4:40 am: |
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हाय विन ओ के लिहिन मी पण सध्या जरा कामात बिजलो आहे, त्यातुन मोकळा झालो की लिहिन...
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Vin
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| Wednesday, January 03, 2007 - 8:51 pm: |
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सर्वांना नवीन वर्षाच्या हार्दिक शुभेच्या!! BTW, केळकर काॅ. च्या वेबसाइट वर कोणी " बॅचमेट " मधे कोणी रजिस्टर केलयं का? माझं रजि. होतचं नाहिये???
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हितगुज दिवाळी अंक २००७
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मायबोली |
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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हितगुज दिवाळी अंक २००६ |
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