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Myharshal
 
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 |  | Tuesday, January 31, 2006 - 5:53 am:    |  
 
 
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 नारायण पेठेतल्या माझ्या मित्र आणि मैत्रीणी नो 
 
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Myharshal
 
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 |  | Tuesday, January 31, 2006 - 5:53 am:    |  
 
 
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 Namaskar Mandali,  Mi Harshal,  Mazya baddal aajun vaacha http://myharshal.com vaar. Tithe tumhala aajun PJs, kavita, gani miltil.
 
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 पुणेकर फारच चिगुस आसतात म्हणे  
 
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Moodi
 
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 |  | Wednesday, February 01, 2006 - 12:35 pm:    |  
 
 
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 तु मुंबईचा की नागपूरचा रे?   अन अनुभव घेतलायस का कुणाकडुन अन जर नसेल तर मग असे अनुमान येकदम कसे बांधलेस रे?  अन हे चिगुस म्हणजे काय? 
 
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 Harshal,  Read u r mail.  It's urgent  Anand Jogalekar
 
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 I have seen u site.  Its really very very good keep it up. 
 
 
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Moodi
 
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 |  | Friday, February 17, 2006 - 8:08 pm:    |  
 
 
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 झाले हा मुंबईकर इथे येऊन नारद बनुन गेला..   
 
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Pendhya
 
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 |  | Sunday, April 30, 2006 - 1:37 am:    |  
 
 
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 मूडीबेन, .. .. ..    
 
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Phulrani
 
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 |  | Sunday, July 02, 2006 - 8:19 am:    |  
 
 
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 नारायण पेठी मित्रमैत्रीणींना नमस्कार,    मी ही मूळची मुंबईकरीण आहे. आता नारायणपेठी झालेय. आजच मायबोलीवर आयडी काढलाय. आपल्या सर्वांना शुभेच्छा !
 
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 हितगुज दिवाळी अंक २००७ 
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| मायबोली | 
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| चोखंदळ ग्राहक | 
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| महाराष्ट्र धर्म वाढवावा | 
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| व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत | 
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|  पांढर्यावरचे काळे | 
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|  गावातल्या गावात | 
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|  तंत्रलेल्या मंत्रबनात | 
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|  आरोह अवरोह | 
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|  शुभंकरोती कल्याणम् | 
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|  विखुरलेले मोती | 
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| हितगुज दिवाळी अंक २००६  | 
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