न सांगितलेली प्रेमकहाणी -3
Submitted by अजय चव्हाण on 30 August, 2019 - 22:30
आधीचे भाग वाचण्यासाठी खाली दिलेल्या लिंकवर टिचकी मारा..
भाग 1
https://www.maayboli.com/node/57826
भाग 2
https://www.maayboli.com/node/64647
-----------------------------------------------------------------------------------
"एक कदम बढाने की हिंमत ना थी.
जब हिंमत आ गयी तब तुम्हे फुरसत ना थी..
हालात बदलते रहे और हम उसी मौंडपर.
सपने देखे हमने तुम आओगी ये सोचकर. "
विषय:
शब्दखुणा: