अभंगवाणी
Submitted by Asu on 29 December, 2018 - 12:00
अभंगवाणी
परनारी धन | भोगी तो दुर्जन |
ऐशा भगवन | मानू नये ||
मानी स्वतः इश | करी जयकार |
ऐसा भोंदू नर | ओळखावा ||
म्हणे बाबा माता | फसवी जनता |
तया शत लत्ता | तू हाणाव्या ||
देवाचे दलाल | होती मालामाल |
करा त्यांचे हाल | वेचोनिया ||
मनी हवी श्रद्धा | नको अंधश्रद्धा |
मानी त्यास गध्धा | समजावा ||
जया चित्त स्थिर | आणि निर्विकार |
तया कै आधार | कुबड्यांचा ||
नारी सत्ता धन | मृत्तिकेसमान |
मानी तोची जन | भगवंत ||
शब्दखुणा: