ये विठोबा रखुमाई ---

Submitted by vijaya kelkar on 16 July, 2017 - 01:33

ये विठोबा रखुमाई

ये विठोबा रखुमाई ---
पहाटेस झाडलोट
रांगोळीनं सजे वाट
भरवली पाणी-हंडी
आणि दुधानं कासंडी
ये विठोबा रखुमाई ---
पूजा सजली देव्हारी
डोळे लागले दवारी
फुलेपत्री परडीत
तुळशीहार ताटात
ये विठोबा रखुमाई ---
टीळा-गंध, बुक्का लावा
टाळ चिपळी वाजवा
माउली अभंग गावा
भाव भक्तीने रंगावा
ये विठोबा रखुमाई ---
उपवासी तन मन
शांतविसी दे दर्शन
मिटे डोळा, लावी ध्यान
भेट दे, ये रे धावून
ये विठोबा रखुमाई ---
चंद्रभागा उचंबळे
डोळा झरझर गळे
न्हालो, उचली पाऊले
संगे वारकरी चाले
आले विठू रखुमाई ---
आले विठू रखुमाई -----

विजया केळकर _____

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नमस्कार_/\_
mr.pandit आणि मेघा ---धन्यवाद
मध्यंतरी पुस्तक प्रकाशन या कामात व्यस्त होते