Submitted by दत्तात्रय साळुंके on 15 January, 2018 - 08:16
सावळयाची करणी
सावळ्या विठ्ठले | करणी ही केली |
सुद हारपली | मतिचीही ||
चालता बोलता | उठता बसता |
जागता निजता | विठू देही ||
लागिरले ऐसे | अंगोपांगी पिसे |
मंत्र तंत्र कैसे | व्यर्थ जाले ||
हारपता बुध्दी | चमत्कार जाला |
रुप अरुपाला | साकारले |
लोपे भूक तान | मिटे देहभान |
वैकुंठगमन | जितेपणी ||
दत्तात्रय साळुंके
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अप्रतिम!
अप्रतिम!
केवळ सुंदर.....
केवळ सुंदर.....
अप्रतिम
अप्रतिम
फारच छान
फारच छान
सावळ्याची करणी प्रसवली लेखणी
सावळ्या शब्दांची जाहली पेरणी
खुप सुंदर भाव अप्रतिम कविता
खुप सुंदर भाव
अप्रतिम कविता
अक्षयजी , पंडितजी , शशांकजी ,
अक्षयजी , पंडितजी , शशांकजी , अंबज्ञजी , मकरंदजी खूप धन्यवाद ....