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Moodi
 
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 |  | Thursday, January 05, 2006 - 4:04 pm:    |  
 
 
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   कढी    साहित्य :  १ किलो दुधी भोपळा, अडिच वाट्या पाणी, २ टीस्पुन जीरे अन १ टीस्पुन काळ्या मिर्याची भाजुन ताजी पुड, १ ते २ टेस्पुन तांदळाची पिठी, मीठ, २ चमचे तेल. हळद आवडीनुसार.    कृती :  दुधी धुवुन साले काढुन बारीक चिरुन घ्या, त्यात थोडेच पाणी घालुन मऊ शिजवुन घ्या. मग डावाने वा चमच्याने नीट घोटा.  या शिजलेल्या दुधीत थोडे तेल, जीरेमिरी पुड,मीठ घाला. तांदळाची पिठी थोड्या पाण्यात कालवुन या मिश्रणात घाला, नीट हलवा अन थोडे पाणी घालुन परत २ उकळी द्या. गरमच वाढा.  ही सुपाप्रमाणे असल्याने नुसतीसुद्धा चालते अन पोळी वा भात कशाबरोबरही चालते. पचनास हलकी असल्याने आजारे माणसासही चालेल. 
 
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Savani
 
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 |  | Sunday, February 05, 2006 - 6:17 pm:    |  
 
 
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 मूडी छान आहे रेसिपी. मी आजच करुन पाहिली. छान लागते. 
 
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Megha16
 
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 |  | Tuesday, February 21, 2006 - 4:40 pm:    |  
 
 
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 मुडी  रेसीपी एकदम झकास आहे  मी यात एकबदल केला फोडणी देताना त्यात १-२ हिरव्या मिरच्या टाकल्या आणी १-२ चमचे दही.  मस्त झाल होती कढी  
 
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Prajaktad
 
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 |  | Tuesday, February 21, 2006 - 7:02 pm:    |  
 
 
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 माझ्या सासुबाई नेहिमी करतात हि रेसिपी  , त्या दहि आणि डाळिचे पिठ घालुन करतात.याला  " दुधिचे सांबार " असेही नाव आहे. 
 
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Arch
 
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 |  | Thursday, February 23, 2006 - 2:17 am:    |  
 
 
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  आज करून पाहिली ही कढी.  मस्त लागते.  Thanks  मूडी.  मी प्राजक्ताने लिहिल्याप्रमाणे दही आणि डाळीच पीठ लावल.  वरून कोथिंबीर, कढिपत्ता आणि मिरचीची फ़ोडणी दिली. 
 
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Bee
 
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 |  | Thursday, February 23, 2006 - 10:38 am:    |  
 
 
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 अर्च मला तुझी कृती अजिबात कळली नाही. पिठ पेरणे हा प्रकार माहिती आहे पण पिठ लावणे म्हणजे काही कळले नाही. दही लावताना पिठ लावायच का? म्हणजे विरजण लावतानाच ना? जरा देतेस का तुझी आवृत्ती वेळ असेल तर..  
 
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Milindaa
 
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 |  | Thursday, February 23, 2006 - 2:18 pm:    |  
 
 
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 आर्च, भो. आ. क. फ.   
 
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  बी, तू मस्करी करतोयस का?  
 
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Arch
 
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 |  | Thursday, February 23, 2006 - 6:09 pm:    |  
 
 
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  अरे बी, तू खरच विचारतो आहेस का? पिठ लावल म्हणजे त्या कढीत दह्यात डाळीच पीठ मिसळून घातल.  आपण नेहेमीच्या कढीला करतो तस. 
 
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Bee
 
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 |  | Friday, February 24, 2006 - 2:24 am:    |  
 
 
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 सशल, अर्च खरच विचारत आहे. मस्करी म्हणून नाही. असे असू शकते ना कारण रात्रभर दह्यात जर बेसन कालवून बाहेर ठेवले तरी दही खराब होत नाही. आता कळल. धन्यवाद! 
 
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Seema_
 
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 |  | Monday, February 27, 2006 - 5:47 pm:    |  
 
 
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  म्हशीला आदल्या दिवशी बेसन चरायला दिल कि दुध आयते बेसनयुक्तच मिळेलच ना ?. मग त्याच दही लावायच.सोपच तर आहे .     बी दिवे घे रे. खरच गम्मत म्हणुण लिहिलय .  
 
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Milindaa
 
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 |  | Tuesday, February 28, 2006 - 11:26 am:    |  
 
 
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 Seema,  
 
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| चोखंदळ ग्राहक | 
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| महाराष्ट्र धर्म वाढवावा | 
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| व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत | 
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|  पांढर्यावरचे काळे | 
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|  गावातल्या गावात | 
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|  तंत्रलेल्या मंत्रबनात | 
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|  आरोह अवरोह | 
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|  शुभंकरोती कल्याणम् | 
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|  विखुरलेले मोती | 
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|  हितगुज गणेशोत्सव २००६   | 
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