|
Mai
| |
| | Monday, March 06, 2006 - 1:53 am: |
| 
|
लाल भोपळ्याच्या बारिक फोडि करुन घ्याव्यात. तेलाच्या फोडणीत त्या घालुन वाफेवर शिजवाव्यात. शिजल्या की भान्ड्यात काढुन घेउन त्यात मीठ, साखर, तिखट, दाण्याचे कुट,कोथिम्बिर आणि दही घालुन फ़्रिज मध्ये ठेवावे. व आयत्यावेळी कालवून सर्व्ह करावे. हे भरीत खमन्ग लागते. व अजिबात पाणचट लागत नाही.
|
Akhi
| |
| | Wednesday, November 14, 2007 - 4:24 am: |
| 
|
माइ ने सांगितल्या प्रमाणे दोडकी गिलकी ह्याचे पण असेच रायते छान लागते.
|
Akhi
| |
| | Wednesday, November 14, 2007 - 4:25 am: |
| 
|
हिन्ग जीर च्या ची फोडनी छान लागते.
|
|
| हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
|
|
|
| चोखंदळ ग्राहक |
 |
| महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
|
| व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
|
| पांढर्यावरचे काळे |
|
| गावातल्या गावात |
|
| तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
|
| आरोह अवरोह |
|
| शुभंकरोती कल्याणम् |
|
| विखुरलेले मोती |
|
|