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कैरीचं रायतं कैर्या सालं काढुन फोडी करुन वाफवून घ्याव्यात. खूप मऊ होउ देउ नयेत. त्या अर्धवट कुस्करुन त्यात बरोबरीने कुस्करलेला गुळ घालायचा. त्यात मीठ, तिखट, घालायचं. आता छोट्या कढ्ल्यात तेल तापवून त्यात मोहरी, थोडेसेच जीरे, मेथी, हिंग, हळद, सुकी लाल मिरची घालुन फोडणी करुन ओतायची. झाल कैरीच रायत तयार. हे फ़्रीजमध्ये ठेवाव लागतं. आंबट्-गोड अशी चव आली पाहीजे. वा !
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| हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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| चोखंदळ ग्राहक |
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| महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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| व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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| पांढर्यावरचे काळे |
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| गावातल्या गावात |
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| तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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| आरोह अवरोह |
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| शुभंकरोती कल्याणम् |
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| विखुरलेले मोती |
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