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| | Dineshvs 
 |  |  |  | Wednesday, December 21, 2005 - 5:31 pm: |       |  
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 ज्याना फ़ार तिखट चालत नाही, त्यांच्यासाठी कोलंबीचे गोडे आटले.
 
 तेल तापवुन त्यात एखादी लवंग व एक दालचिनीचा तुकडा घालावा. त्यावर हळद व हिंग घालुन बारिक चिरलेला एक मोठा कांदा परतावा. तो गुलाबी झाला कि साफ़ केलेली एक वाटी कोलंबी त्यात घालावी. त्यावर मिरचीपुड, थोडी वेलची जायफ़ळ पुड घालावी. कोलंबी पटकन शिजते मग त्यात मीठ व नारळाचे पातळ दुध, थोडेसे बेसन लावुन ओतावे. बेसन शिजले कि नारळाचे जाड दुध घालावे. या आटल्याला आपसुक एक गोडसर चव येते. म्हणुन हे गोडे आटले.
 
 
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| हितगुज गणेशोत्सव २००६ |  |  
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| चोखंदळ ग्राहक |  |  
| महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |  |  
| व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |  |  
| पांढर्यावरचे काळे |  |  
| गावातल्या गावात |  |  
| तंत्रलेल्या मंत्रबनात |  |  
| आरोह अवरोह |  |  
| शुभंकरोती कल्याणम् |  |  
| विखुरलेले मोती |  |  
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